क्या जानवरों को खतरे का आभास हो जाता है? जानिए जानवरों की छठी इंद्रिय का रहस्य

जानवरों की छठी इंद्रिय से जुड़े रहस्य पर आधारित बिना टेक्स्ट वाला थंबनेल

जानवरों की छठी इंद्रिय की भूमिका: जब जानवर अचानक बेचैन हो जाएं… तो कुछ बड़ा होने वाला है? कभी आपने देखा है कि कुत्ता अचानक भौंकने लगे, बिल्ली किसी कोने में चुपचाप बैठी हो, या पक्षी एक साथ आसमान में उड़ जाएं… और कुछ ही देर बाद भूकंप या कोई बड़ा हादसा हो जाए? क्या ये सिर्फ संयोग है… या जानवरों की छठी इंद्रिय सचमुच होती है? विज्ञान और अनुभव — दोनों इस रहस्य से धीरे-धीरे पर्दा उठा रहे हैं। आज हम जानेंगे कि कैसे जानवर बिना शब्दों के चेतावनी दे देते हैं, और हम इंसानों को उनसे क्या सीखना चाहिए। 1. जानवरों की छठी इंद्रिय इंसानों से तेज क्यों …

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गधा बारिश से पहले क्यों बोलता है? अब विज्ञान ने भी माना देसी कहावत का सच

खुले मैदान में बारिश से पहले खड़ा गधा, बादलों की ओर देखते हुए

गधा बारिश से पहले क्यों बोलता है? अब विज्ञान ने भी माना देसी कहावत का सच भूमिका: देसी कहावत या मौसम वैज्ञानिक? “गधा बोले तो समझो बादल आने वाले हैं!” ये कहावत भारत के गाँव-गली में सदियों से सुनी जाती रही है।गधे की आवाज़ को मज़ाक का हिस्सा माना जाता है,लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस आवाज़ में मौसम का संकेत भी छिपा होता है। आज विज्ञान भी इस कहावत पर सहमति जताने लगा है।आइए जानते हैं — क्या सच में गधे को बारिश का आभास पहले हो जाता है? 1. गधा: एक समझदार पर गलत समझा गया जानवर गधा दिखने में भले ही साधारण हो,लेकिन उसमें कुछ …

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