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“क्या आप जानते हैं? मुर्गी अपने अंडों से बात करती है।”
“क्या आप जानते हैं? मुर्गी अपने अंडों से बात करती है।”
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“और अंडे के अंदर से... बच्चा जवाब भी देता है।”
“जब चूज़े को ठंड लगती है... माँ अंडा पलट देती है।”
“बोल नहीं सकते… पर इशारे कर सकते हैं।”
“ये सिर्फ जीवविज्ञान नहीं… ये है ममता की भाषा।”
“क्या हम सिर्फ एक खोल तोड़ रहे हैं… या एक रिश्ता?”
“शाकाहार सिर्फ खाना नहीं… एक करुणा है।”